
हरियाणा प्रदेश के डीजीपी श्री ओ.पी.सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन ट्रैक डाउन” के तहत रेवाड़ी पुलिस ने फरार अपराधियों की धरपकड़ तेज कर दी है। पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी श्री हेमेंद्र कुमार मीणा के कुशल मार्गदर्शन में जिला पुलिस ने इस ऑपरेशन तहत पूरी रूप रेखा तैयार की हुई है। डीजीपी महोदय के आदेशानुसार गोलीबारी व गंभीर धाराओं के तहत दर्ज मामलों में फरार और आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय अपराधियों पर “ऑपरेशन ट्रैक डाउन” के तहत नजर रखी जा रही है । इसी कड़ी में सीआईए रेवाड़ी व थाना रोहड़ाई पुलिस की टीमों ने चेन स्नेचिंग तथा मारपीट करके जानलेवा हमला करने के दो अलग–अलग मामलों में एक नाबालिग को अभिरक्षा में लेकर दो वांछित आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
सीआईए रेवाड़ी इंचार्ज निरीक्षक सुमेर सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने गत 25 सितंबर को स्वर्ण जयंती पार्क के पास एक महिला के गले से सोने की चेन छिनने के मामले में संलिप्त एक नाबालिग को अभिरक्षा में लिया है। इससे पूर्व शिकायतकर्ता भारती शर्मा की शिकायत पर दर्ज अभियोग संख्या 341/2025 थाना माडल टाऊन रेवाड़ी के इस मामले में दो आरोपी विक्रम व महावीर सोनी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
दुसरे मामले में थाना रोहड़ाई प्रभारी निरीक्षक विद्यासागर ने बताया कि उनकी टीम ने गत 2 अगस्त को गांव पाल्हावास जिम में एक युवक के साथ मारपीट करके जानलेवा हमला करने के मामले संलिप्त दो वांछित आरोपी जतिन निवासी गांव गुरावड़ा व विकाश उर्फ रोहित निवासी गांव बोलनी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इससे पूर्व शिकायतकर्ता गांव गुरावड़ा निवासी नवीन की शिकायत पर दर्ज अभियोग संख्या 105/2025 थाना रोहड़ाई के इस मामले में सात आरोपी दलीप उर्फ यमराज, रविन्द्र उर्फ रंगीला, हेम सिंह उर्फ हेमु, राहुल, अजय, रविन्द्र उर्फ गुड्डू व रणीत को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
“ऑपरेशन ट्रैक डाउन” अभियान के तहत रेवाड़ी पुलिस द्वारा अपराधियों पर निरंतर जारी सख्ती पर एसपी रेवाड़ी श्री हेमेंद्र कुमार मीणा, आईपीएस ने कड़े एवं स्पष्ट शब्दों में अपराधियों को चेताया और कहा कि अब रेवाड़ी पुलिस से बचना आसान नहीं, रेवाड़ी पुलिस उन्हें सबक सिखाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। अभी संगीन मामलों के कई बदमाश रेवाड़ी पुलिस की रडार पर है जिनको चिन्हित कर लिया गया है जो जल्द ही जेल की सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान से अपराध अंकुश पर सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं तथा अपराध में कमी आई है। यह कार्रवाई अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
