
रेवाड़ी ,20 नवंबर (सोनिया)
पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी श्री हेमेंद्र कुमार मीणा भा.पु.से. के दिशा निर्देश पर महिलाओं/बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने व उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से दुर्गा शक्ति इंचार्ज एएसआई सुनीता व उनकी टीम ने गवर्नमेंट स्कुल बावल में पहुँचकर स्कूल में पढ़ने विद्यार्थियों व स्कूल स्टाफ को डायल-112, महिला विरुद्ध अपराध, साइबर अपराध, नशा के दुष्परिणाम के संबंध में जागरुक किया है। इस अवसर पर दुर्गा शक्ति इंचार्ज एएसआई सुनीता देवी व उनकी टीम विशेष रूप से मौजूद रही।
दुर्गा शक्ति टीम ने विद्यार्थियों को आम जीवन में होने वाले अपराधो से बचाव व अपराध होने पर उनके निवारण सहित नशे के दुष्प्रभाव इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि एक पढ़ी-लिखी नारी अपने अधिकारों को जानती है और वह किसी भी प्रकार के शोषण के विरुद्ध अपनी आवाज उठाने में समर्थ होती है इसलिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चे को अपने अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए ताकि वह इस समाज की बुराइयों से लड़ सके और अपने हक के लिए आवाज उठा सकें।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थी इस सामाजिक जीवन में अपने आसपास महिला विरुद्ध अपराध को देखते है जिसमें महिला/ लडकी से छेडछाड, लडकी/बच्चो का शोषण इत्यादि। बच्चे छोटे होते है जिनको ज्ञान नहीं होता कि छेड़-छाड़, लडकी/बच्चो को शोषण कानूनी अपराध है। पुलिस टीम ने बताया कि नशा समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है। युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फंसकर किस प्रकार अपने भविष्य को अंधकार में धकेल रही है। किशोरावस्था में नौजवान युवक शौकिया तौर पर नशा करना शुरू करते हैं परंतु धीरे-धीरे उन्हें इसकी लत पड़ जाती है जिसके पश्चात इसे छोड़ पाना उनके लिए बहुत मुश्किल कार्य हो जाता है। नशा इंसान के स्वास्थ्य के ऊपर बहुत बुरा प्रभाव डालता है जिसकी वजह से उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां जकड़ लेती हैं और इंसान को अंदर से खोखला कर देती हैं। अगर आपके आसपास कोई व्यक्ति नशा बेचता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को देकर समाज को नशा मुक्त करने में पुलिस का सहयोग करें। पुलिस को सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
इन विशेष जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से पुलिस की डायल-112 व दुर्गा शक्ति एप्लिकेशन/ऐप के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डायल-112 ऐप को इंस्टॉल करके ऐप में अपनी डिटेल्स जैसे नाम, मोबाईल नंबर, पता इत्यादि एक बार अपडेट करना है, उसके बाद जब भी किसी असुरक्षित परिस्थिति में पुलिस सहायता की जरूरत हो तो डायल-112 ऐप से माध्यम से पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती है और उस समय पीड़िता को अपना नाम मोबाईल नंबर व पता/लोकेशन बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पुलिस को पीड़ित का पता/लोकेशन मोबाईल नंबर इत्यादि डायल-112 ऐप के माध्यम से प्राप्त होंगे और पीड़िता को तत्परता से पुलिस सहायता मिलेगी। यह ऐप पीड़िता और पुलिस दोनों के लिए सहयोगी के रूप में कार्य करती है और यह अपराधों को रोकने में प्रभावी रूप से कार्य करती है।
इनके अतिरिक्त पुलिस टीम द्वारा Trip Monitoring के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि कोई महिला यात्रा के दौरान ट्रिप मॉनिटरिंग की सुविधा प्राप्त करना चाहती है तो 112 पर कॉल करके यह सहायता प्राप्त की जा सकती है जिसमें पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा यात्रा के दौरान महिला के पास कॉल करके सुनिश्चित किया जाता है कि महिला सुरक्षित है।
